उत्तरकाशी-भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने कहा जल्द होगा मास्टर प्लान तैयार ,शीघ्र प्राधिकरण के कार्य दिखने शुरू होंगे घरातल पर ,बन्द पड़ी जल विधुत परियोजना जल्द हो शुरू - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

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Monday, August 24, 2020

उत्तरकाशी-भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने कहा जल्द होगा मास्टर प्लान तैयार ,शीघ्र प्राधिकरण के कार्य दिखने शुरू होंगे घरातल पर ,बन्द पड़ी जल विधुत परियोजना जल्द हो शुरू

 उत्तरकाशी-भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने कहा जल्द होगा मास्टर प्लान तैयार ,शीघ्र प्राधिकरण के कार्य दिखने शुरू होंगे  घरातल पर ,बन्द पड़ी जल विधुत परियोजना जल्द हो शुरू


उत्तरकाशी।।।।भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण के  उपाध्यक्ष राज्य मंत्री  अब्बल सिंह बिष्ट उत्तरकाशी के तीन दिवसीय दौरे पर रहे  इनके साथ शासन स्तर के अधिकारी भी मौजूद रहे वहीं इन्होंने उत्तरकाशी गंगा घाटी में मनेरी ,भटवाड़ी,हर्षिल आदि क्षेत्रों का दौरा किया  ,दौरे के  अंतिम दिन  पत्रकार वार्ता में अब्बल सिंह बिष्ट ने कहा कि 1000 मेघावाट की बन्द पड़ी लोहारीनाग पाला और पाला मनेरी  जल विधुत परियोजनाओं को सरकार को जल्द शुरू करना चाहिए इन परियोजनाओं पर करोड़ों रूपये खर्च हो रखा है इन जल विधुत परियोजनाओं पर 90 प्रतिशत कार्य भी पूरा हो चुका है और पर्यावरण का जो नुकसान होना था वह पूर्व में हो चुका है तो आखिर ये महत्वपूर्ण परियोजना क्यों बन्द पड़ी है सरकार को इन परियोजनाओं को जल्द शुरू करना चाहिये इनके शुरू होने से राज्य और केंद्र सरकार को काफी आर्थिक लाभ मिलेगा ,


 उपाध्यक्ष बिष्ट ने कहा कि भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण का क्षेत्र गोमुख से देवप्रयाग तक है इस हेतु माननीय  सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार को पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र के समग्र विकास के लिए कार्ययोजना  बनाने के निर्देश दिए गए थे। इसी परिपेक्ष में 2005 को प्राधिकरण के अस्तित्व में आने से महायोजना तैयार की गई है जो आने वाले दिनों में  इस क्षेत्र के लिए नियोजित विकास के लिए सम्बंधित विभाग कार्य करेंगे।

उपाध्यक्ष बिष्ट ने बताया कि प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य यह है कि पर्यावरण को सुरक्षित रखते हुए क्षेत्र का समग्र विकास करना है, रोजगार सर्जन के अवसर पैदा करना है। साथ ही सामाजिकता को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है । महायोजना में संबंधित विभागों को भी जोड़ा गया है। ताकि नियोजित ढंग से विभाग विकासपरक कार्य कर सकें।


उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान गंगोत्री में काफी आरबीएम (सिल्ट) नदी पर इकट्ठा हुआ है जिससे  नदी का तल बड़ा है और श्री गंगोत्री मंदिर की ओर नदी का बहाव आया है। मंदिर के खतरे को देखते हुए इकट्ठे आरबीएम को किस प्रकार से हटाया जा सकता है। इस हेतु सिंचाई विभाग को कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए गए है। श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए गंगोत्री में माँ गंगा मैया के दोनों ओर नमामि गंगे परियोजना से घाट बनाने हेतु कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए है। 


 उन्होंने यह भी जानकारी दी कि प्राधिकरण के द्वारा भैरव घाटी में अतिथि गृह के साथ सूचना केंद्र बनाया जाएगा ताकि आपदा के दृष्टिगत से भी यह सूचना केंद्र उपयोग में लाया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के द्वारा विकास कम शिकायत प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। शिकायत प्रकोष्ठ में आनी वाली शिकायत को ट्रेसिंग कर सम्बंधित विभाग को भेजी जाएगी भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण उसकी मॉनिटरिंग तब तक करेगा जब तक उस शिकायत व समस्या का निस्तारण न हो सके। उन्होंने कहा की विकासखंड भटवाड़ी में 84 ग्राम पंचायतें हैं जिसमें सभी ग्राम प्रधानों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बना है इस ग्रुप में प्राधिकरण को भी जोड़ा गया है इससे प्राधिकरण को क्षेत्र की समस्याओं को लेकर भी सारी जानकारी मिलती रहेगी। वहीं इनका कहना है कि भागीरथी नदी घाटी प्राधिकरण का मास्टर प्लान जल्द तैयार होगा ,और जल्द प्राधिकरण के कार्य धरातल पर दिखने शुरू हो जाएंगे



    इस मौके पर  संयुक्त सचिव ऊर्जा एवं राज्य संपति  लक्ष्मण सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख/ जिला पंचायत सदस्य चंदन सिंह पंवार, संयोजक गंगा विचार मंच लोकेंद्र सिंह बिष्ट भी मौजूद थे।


रिपोर्ट-हेमकान्त नौटियाल

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