उत्तरकाशी-इस तहसील में अधिकारी अक्सर रहते है नदारद,तहसील में अधिकारी न मिलने से जनता को मायूस होकर लौटना पड़ता है घर तो कैसे होंगे जनता के काम?
उत्तरकाशी।।।। उत्तरकाशी डुंडा तहसील जहां पर सैकड़ों लोगों का निजी कार्यों को लेकर आना-जाना होता है लेकिन हर बार तहसील में अधिकारी न मिलने के कारण लोगों को मायूस होकर घर लौटना पड़ता है अधिकारी और कर्मचारी अक्सर तहसील से नदारद रहते है जब तहसील के उच्च अधिकारी ही तहसील से नदारद मिलेंगे तो फिर निचले अधिकारी और कर्मचारी कहां ठहर पाएंगे तहसील में ये है उत्तरकाशी जनपद की डुंडा तहसील का आलम
बताते चले कि डुंडा तहसील के अंतर्गत, सैकड़ों गावं आते है और लोग अपने विभिन्न कार्यों के लिए तहसील में आते है लेकिन जब लोगों को अधिकारी तहसील में नहीं मिलते है तो मायूस होकर लोगों को घर लौटना पड़ता है लोगों का ये भी कहना है कि इस वर्ष जनवरी से उपजिलाधिकारी डुंडा भी स्थाई तौर पर तहसील में नहीं बैठे जब अधिकारी ही नहीं बैठेंगे तहसील मुख्यालय में तो फिर जनता के कार्य कैसे होंगे
सामाजिक कार्यकर्ता विजयपाल तंगानी का कहना निजी कार्य के लिए अक्सर तहसील डुंडा में जाते रहते है तो तहसील में न तो एसडीएम साहब है न तहसीलदार साहब है न नाजर साहब है न आर के साहब तहसील के अंदर अधिकांश कर्मचारी नहीं मिलते वहीं आज की बात करें तो सुरक्षा कर्मी तहसील में मौजूद थे जब उनको पूछा कि आज तहसील में कोई भी कर्मचारी/अधिकारी क्यों नहीं तो सुरक्षाकर्मियों के द्वारा बताया गया कि बन्दरकोट में सड़क बन्द है इसलिए कोई भी कर्मचारी/अधिकारी तहसील में नहीं पहुंचे लेकिन ,धनारी होते हुए भी डुंडा तहसील पहुंचा जा सकता है तहसील में लगभग हर दिन यही रहता है सभी अधिकारी/ कर्मचारी पर नजर रखने वाला तहसील का बॉस एसडीएम /तहसीलदार ही गायब तो फिर अन्य अधीनस्थ कर्मचारी कैसे ठहर पाएंगे तहसील में और कैसे होंगे जनता के काम
No comments:
Post a Comment