उत्तरकाशी-30 सालों से जिला कलक्ट्रेट कार्यालय में सीआर ए बना हुआ है संग्रह अमीन, संगठन ने इस संग्रह अमीन पर सुविधा शुल्क लेने का भी लगाया आरोप
उत्तरकाशी।।। जनपद राजस्व संग्रह अमीन संघ ने एक शिकायती पत्र जिलाधिकारी को सौंपा जिसमें उल्लेखित है की जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय उत्तरकाशी में एक संग्रह अमीन पिछले 30 सालों से जब से इस संग्रह अमीन की प्रथम नियुक्ति हुई है सीआरए का कार्य देख रहा है उत्तरकाशी राजस्व संग्रह अमीन संघ ने जिलाधिकारी से इस संग्रह अमीन से सीआरए का कार्य हटाने की मांग की है राजस्व संग्रह अमीन संगठन ने कहां है कि संग्रह अमीन का कार्य वसूली करना होता है संग्रह अमीन को प्रतिवर्ष 8 लाख की वसूली का लक्ष्य होता है न कि सीआरए का कार्य देखना लेकिन इस संग्रह अमीन की पहुंच काफी ऊंची होने पर पिछले 30 सालों से जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय उत्तरकाशी में कुंडली जमाये बैठा है और आज तक इसने राजस्व में किसी भी प्रकार की वसूली नहीं की है।।
बताते चलें की राजस्व संग्रह अमीन संगठन ने जिलाधिकारी को लिखा है कि यह संग्रह अमीन(सीआरए) अनावश्यक अमीनों का मानसिक उत्पीड़न करता है इतना ही नहीं मुख्य राजस्व लेखाकार कार्यालय में बैठकर संग्रह कर्मचारियों की जो भी पत्रावली सीआरए कार्यालय से संबंधित होती है यहां संग्रह अमीन (सीआरए)सुविधा शुल्क के बिना कोई काम नहीं करता है अमीन को सीआरए अनुभाग का कोई भी ज्ञान नहीं होता है जिस कारण यह संग्रह अमीन आपदा तथा अमीनों संबंधित पत्रावली का परीक्षण के बहाने सुविधा शुल्क लेता अमीन संगठन ने किस संग्रह अमीन पर आरोप लगाया है की यह संग्रह अमीन बिना सुविधा शुल्क के कोई भी कार्य नहीं करता है जिससे जनपद राजस्व संग्रह अमीन संगठन में भारी रोष है और इस संग्रह अमीन को तत्काल सीआरए से हटाने की जिलाधिकारी से मांग की है।।
उत्तरकाशी राजस्व संग्रह अमीन संगठन ने जिलाधिकारी से मांग की है कि उक्त व्यक्ति को सीआरए से हटाकर मूल रूप से संग्रह अमीन वसूली का कार्य सौंपा जाए क्योंकि उक्त व्यक्ति बिना सुविधा शुल्क के बिना कोई भी कार्य नहीं करता है इतना ही नहीं संगठन ने इस संग्रह अमीन पर आरोप लगाया की न्यायालय के प्रकरणों को दरकिनार कर सुविधा शुल्क की मांग की है संगठन ने कहा है उक्त व्यक्ति के कारण विभाग की छवि धूमिल हो रही है और यदि शीघ्र ही इस संग्रह अमीन को सीआरए से हटाया नहीं गया तो जनपद का अमीन संगठन आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएगा।।
शत प्रतिशत सत्य कहा है रावत जी ने हम लोग कह रहे थे कि ये ,नारद,बिभीषण,बिदुर कौन है हमारे बीच शासन को प्रान्तीय कार्यकारिणी को एक्सन लेना चाहिए और तुरंत ऐसे महानुभावों का संबदीकरण आदेश निरस्त कर फील्ड में भेजने की तैयारी करनी चाहिए। हमारे जनपद बागेश्वर में भी यही हाल है किसी अनुसेवक को अरदली किसी को माली और किसी को बाबुओं की सेवा करने में लगा रखा है जब कि कई बार लिखित में दे चुका हूं हद तो कल एक और हो गई है तहसीलदार महोदय ने अमीनो और अनुसेवकों को राजस्वबंदी ग्रह में सुरक्षा गार्ड की जिम्मेदारी सोंप दी है साक्ष्य मौजूद हैं वसूली न हो पाने या कम होने पर अंत प्रतिकूल प्रविष्टि भी अमीन की ही होती है गजब ब्यवस्था गजब प्रशासनिक अधिकारी
ReplyDeleteसन