उत्तरकाशी-आपदा के 22 माह बाद भी नहीं सुधरे आपदाग्रस्त क्षेत्र के हालात,सड़क,मोटर पुलों की स्थिति काफी,लकड़ी के पुल से आवागमन करने मजबूर क्षेत्र के लोग - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

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Tuesday, July 13, 2021

उत्तरकाशी-आपदा के 22 माह बाद भी नहीं सुधरे आपदाग्रस्त क्षेत्र के हालात,सड़क,मोटर पुलों की स्थिति काफी,लकड़ी के पुल से आवागमन करने मजबूर क्षेत्र के लोग

लकड़ी की पुलिया से आवागमन करने को मजबूर क्षेत्र के लोग

 उत्तरकाशी-आपदा के 22 माह बाद भी नहीं सुधरे आपदाग्रस्त क्षेत्र के हालात,सड़क,मोटर पुलों की स्थिति काफी,लकड़ी के पुल से आवागमन करने मजबूर क्षेत्र के लोग

उत्तरकाशी।।। जनपद  उत्तरकाशी का सुदूरवर्ती क्षेत्र  आराकोट बंगाण जहां पर 18 अगस्त 2019 को  भीषण आपदा आई थी जिसमे काफी ज्यादा नुकसान हुआ था और जनहानि भी हुई थी।लेकिन 22 माह का समय बीत जाने के बाद भी  मोटर पुल व सड़को की हालात जस की तस बनी हुई है मोरी ब्लॉक के जनप्रतिनिधियों व महिलाओं ने क्षेत्र की उपेक्षा होने पर  जमकर नारे बाजी व प्रदर्शन किया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों व महिलाओं ने कांग्रेस के क्षेत्रीय विधायक राजकुमार के प्रति अपना गुस्सा जाहिर किया  लोगों ने कहा कि विधायक सिर्फ  चुनाव के समय वोट मांगने आये  लेकिन हमारी  इस संकट की घड़ी में अपनी शक्ल तक नहीं दिखाई अब हम पूरे इलाके में आगामी विधानसभा चुनाव 2022 का जमकर विरोध करेंगे।


आराकोट बंगाण में 18 अगस्त 2019 को आई भीषण आपदा ने जो कहर मचाया था वह 1 वर्ष 10 माह 22 दिन  बीत जाने के बावजूद भी आज  इस क्षेत्र की स्थिति जस की तस बनी हुई है । आराकोट टिकोची चीवा हल्के मोटर मार्ग पर करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी सड़क की स्थिति काफी ज्यादा खराब  बनी हुई है जिसकी तस्वीरें  साफ साफ बयां कर रही है । लोग किस तरह से लकड़ी की वैकल्पिक पुलिया परआवागमन करने को मजबूर हैं।


बरसात सीजन शुरू हो गया है और इस क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें दुगुनी हो गई है  बरसात के दिनों में लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर आवागमन करने को मजबूर है। सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे है,पहाड़ियों से बड़े-2 बोल्डर गिर रहे जिससे  क्षेत्र के लोगों को आवागमन करने में भारी डर लग रहा है। 22 गांवों को जोड़ने वाली सड़क जो इस क्षेत्र  की लाइफ लाइन मानी जाती है।के हाल काफी खराब है। आपदा प्रभावित लोगों ने प्रदेश की भाजपा सरकार और  पुरोला विधानसभा से कांग्रेस पार्टी के  विधायक राजकुमार के खिलाफ भारी आक्रोश जताया । साथ ही  कहा कि इस सड़क में सबसे ज्यादा दिक्कत है गर्भवती महिलाओं व बीमारी से जूझ रहे लोगों को  होती है साथ ही स्थानीय लोगों ने कहा की एक माह के बाद हमारे सेब की फसल निकलने वाली है जो कि अब  हमारे लिए यह सड़क बड़ी चुनौती बन कर रह गई है । यदि समय रहते हुए सड़क की हालत में सुधार नही होता है तो हमारी जो आने वाली सेब की नकदी फसल है वह फसल बर्बाद हो सकती है जिससे हमारी आजीविका पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ सकता है ।


रिपोर्ट-हेमकान्त नौटियाल

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