उत्तरकाशी-गंगोत्री उपचुनाव होता कि नहीं अभी असमंजस की स्थिति, लेकिन आम आदमी पार्टी नेता कर्नल अजय कोठियाल ने उपचुनाव के लिए ठोकी ताल,टक्कर देंगे मुख्यमंत्री को - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

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Thursday, July 1, 2021

उत्तरकाशी-गंगोत्री उपचुनाव होता कि नहीं अभी असमंजस की स्थिति, लेकिन आम आदमी पार्टी नेता कर्नल अजय कोठियाल ने उपचुनाव के लिए ठोकी ताल,टक्कर देंगे मुख्यमंत्री को

 उत्तरकाशी-गंगोत्री उपचुनाव होता कि नहीं अभी असमंजस की स्थिति, लेकिन  आम आदमी पार्टी नेता कर्नल अजय कोठियाल ने  उपचुनाव के लिए ठोकी ताल,टक्कर देंगे मुख्यमंत्री को


उत्तरकाशी।।आम आदमी पार्टी के नेता कर्नल अजय कोठियाल  भी गंगोत्री विधानसभा से उपचुनाव लड़ेंगे।यह जानकारी  उन्होंने सर्वप्रथम अपने फेसबुक एकाउंट के माध्यम से और बाद में एक बयान जारी कर दी।उन्होंने कहा कि गंगोत्री विधानसभा में यदि उपचुनाव होते है और मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत यहां से उपचुनाव लड़ते है तो मैने भी डटकर  उपचुनाव मुकाबले के लिए तैयार हूं  । आम आदमी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने गंगोत्री सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को चुनौती दी है। पार्टी नेतृत्व ने इस सीट पर सीएम तीरथ सिंह रावत के खिलाफ आप के नेता रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल को चुनाव मैदान में उतारने का ऐलान किया है।



कर्नल अजय कोठियाल


अब यदि गंगोत्री विधानसभा में उपचुनाव होते है तो भाजपा से स्वयं मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत,आप से रिटायर कर्नल अजय कोठियाल और कांग्रेस पार्टी से विजयपाल सजवाण मैदान में होंगे।वहीं गंगोत्री विधानसभा के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने पहिले ही एलान कर दिया था कि यदि गंगोत्री विधानसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री यहां से चुनाव लड़ते है मैं भी उपचुनाव लड़ूंगा। और पूरी टक्कर के साथ चुनाव मैदान में उतरेंगे तो इस सीट पर उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा।

विजयपाल सजवाण पूर्व विधायक बयान

 


अब अगर देखें तो उत्तराखंड नवनिर्माण अभियान के आप नेता कर्नल कोठियाल उत्तरकाशी की गंगोत्री विधानसभा में  बीते दस दिनों से  डेरा डालें है और गंगोत्री विधानसभा क्षेत्र के गांवों में जनसंपर्क में जुटे है और आप पार्टी को मजबूती देने का काम कर रहे है लगातार भटवाडी प्रखंड के कई गांवों का  जनसंपर्क कर चुके है।वहीं कर्नल कोठियाल ने कहा कि  पहाड़वासियों ने अलग उत्तराखंड की लड़ाई लड़ी थी। लेकिन अलग राज्य बनने के बाद दिल्ली और देहरादून से नीतियां तय होने के कारण सही मायने में उत्तराखंड का सपना साकार नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि पहाड़ को पहाड़वासी ही सही ढंग से समझते हैं इसलिए वे गांव-गांव जाकर गांवों की चौपाल पर ग्रामीणों से क्षेत्र की समस्याएं और विकास की संभावनाएं पता कर रहे हैं। ताकि पहाड़ के हित में नीतियां तैयार की जा सकें। भाजपा सरकार के सीएम तीरथ सिंह रावत के खिलाफ चुनाव लड़ने के सवाल पर कर्नल कोठियाल ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने उन पर जो भरोसा जताया है, उस पर वे खरा उतरेंगे।अब देखना होगा कि यदि उपचुनाव होते है तो जनता किस पर अपना भरोसा जताती है ,क्योंकि पूर्व का इतिहास देखें तो  उत्तराखंड में तत्कालीन मुख्यमंत्रियों को भी विधानसभा चुनाव में हार सामना कर पड़ा है।



रिपोर्ट-हेमकान्त नौटियाल

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