उत्तरकाशी-सफाई कर्मी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, चरमराई नगर की स्वच्छता ब्यवस्था,जगह-2 लगे कुड़े के ढेर
1-इन सफाई कर्मचारियों की मुख्य मांगे है कि- सम्पूर्ण उत्तराखंड के स्थानीय निकायों सहित अन्य विभागों में सफाई कार्यों की ठेकेदारी ब्यवस्था को पूर्णतया समाप्त किया जाए,वर्षों से संविदा पर कार्य कर रहे सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाए।
2-शासनादेश संख्या 757 ,जून 2015 के ढांचे में संशोधन किया जाए।
3-अकेन्द्रित/केंद्रित कर्मचारियों की नियमावली में संशोधन करते हुए,पर्यावरण मित्रों को कनिष्ठ सहायक एवं पर्यावरण पर्यवेक्षक सफाई निरीक्षक व चालक के पदों पर पदोन्नति का लाभ दिया जाए।
4-सफाई कर्मचारियों का जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा किया जाए।
5-सफाई कर्मचारियों को राज्य कर्मचारियों की भांति भते दिए जाएं और धुलाई और टूल भतों में वृद्धि की जाए
6-सफाई कर्मचारियों/निकायों को आयोजित आवासों पर मालिकाना हक दिया जाए
7-वर्तमान में प्रचलित पेंशन योजना एमपीएस के स्थान पर सफाई कर्मचारियों/निकायों की 2005 से बन्द पुरानी पेंशन योजना को पुनः बहाल किया जाए
इस प्रकार देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ अनिश्चिकालीन हड़ताल पर है इनका कहना है कि कोरोना काल मे हम लोगों ने अपनी जान की परवाह न करके कूड़ा कचरा उठाया इसलिए हमारी मांग है जब तक सरकार हमारी मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लेती हमारी अनिश्चिकालीन हड़ताल जारी रहेगी इस अवसर पर रवि प्रधान अध्यक्ष सफाई कर्मचारी संघ,जयप्रकाश,काशीष,अंकित बंगाडी,राजेन्द्र चोटियाल,विनोद,मनीष,चमना देवी ,गुड्डी देवी आदि मौजूद रहे
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