उत्तरकाशी- नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट को ""राष्ट्रीय एडवेंचर आवर्ड"" से महामहिम राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित, कर्नल बिष्ट ऐसे पहले प्रधानाचार्य जिनको सेवा में रहते हुए किया जा रहा सम्मानित - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

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Sunday, November 7, 2021

उत्तरकाशी- नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट को ""राष्ट्रीय एडवेंचर आवर्ड"" से महामहिम राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित, कर्नल बिष्ट ऐसे पहले प्रधानाचार्य जिनको सेवा में रहते हुए किया जा रहा सम्मानित

 डॉ विशाल रंजन रजिस्टार निम


उत्तरकाशी- नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य  कर्नल अमित बिष्ट को ""राष्ट्रीय एडवेंचर आवर्ड"" से  महामहिम राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित, कर्नल  बिष्ट ऐसे पहले प्रधानाचार्य जिनको सेवा में रहते हुए किया जा रहा सम्मानित




उत्तरकाशी।। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के प्रधानाचार्य (सेना मेडल) कर्नल अमित बिष्ट को आगामी 13 नवंबर को भारत के महामहिम राष्ट्रपति  रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति भवन में देश के प्रतिष्ठित ""नेशनल एडवेंचर आवर्ड"" से सम्मानित करेंगे, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान  के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट का नाम युवा एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार ने नेशनल एडवेंचर अवार्ड 2020 के लिए नामित किया है। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के लिए यह गौरव की बात है कि कर्नल अमित बिष्ट ऐसे पहले प्रधानाचार्य हैं जिनको सेवा में रहते हुए इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। कर्नल अमित बिष्ट ने पिछले 25 सालों में एडवेंचर के क्षेत्र में काफी सराहनीय कार्य किए हैं। साथ ही   20 ऐसी अनाम चोटियों का आरोहण भी किया और नामकरण भी किया। इन अनाम  चोटियों बारे किसी को कुछ भी मालूम नहीं था।कर्नल अमित बिष्ट के साथ ही उत्तराखंड, झारखंड, महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक और दिल्ली के 7 साहसिक खेलों से जुड़े लोगों को भी महामहिम राष्ट्रपति के द्वारा नेशनल एडवेंचर अवार्ड 2020 से सम्मानित किया जाएगा।


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वही नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के रजिस्टर डॉ विशाल रंजन का कहना है कि हमारे संस्थान के लिए यह गौरव की बात है कि हमारे प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट को इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय एडवेंचर आवर्ड से सम्मानित किया जा रहा है। यह आवर्ड अर्जुन पुरष्कार के समकक्ष है उनकी पिछले 25 साल की तपस्या थी।कि लोग एडवेंचर और माउंटेनियरिंग को विश्व पटल  जाने खासकर उत्तराखंड और गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र को लेकर उनकी जो अपनी  सोच है कि लोग यहां पर आएं और हेवन ऑफ  माउंटेनियरिंग लोगों तक पहुंचे।उनका यह सपना इस पुरस्कार के साथ साकार होगा।


हेमकान्त नौटियाल

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