Uttarkashi-पतंजलि आयुर्वेद विज्ञान एवं नेहरू पर्वतारोहण संस्थान का सयुंक अभियान दल रक्त वर्ण हिमालय क्षेत्र में साथ मिलकर दुर्लभ औषधिया वनस्पतियों की करेगा खोज
उत्तरकाशी।।(ब्यूरो)पतंजलि आयुर्वेद विज्ञान और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान संयुक्त रुप से गंगोत्री के रक्तवर्ण गेलेशियर अनाम पर्वत शिखरों का आरोहण और इस हिमालयी क्षेत्र में दुर्लभ वनस्पतियों की खोज के लिए 13 सितंबर से 25 सितंबर तक आचार्य बालकृष्ण और एन आई एम के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट के नेतृत्व में 10 सदस्य टीम रवाना होगी। बताते चलें कि गंगोत्री क्षेत्र के रक्तवर्ण हिमालयी गेलेशियर में सन 1981 के बाद आज तक कोई भी दल दुर्लभ वनस्पतियों की खोज के लिए नहीं गया। इस दल का मुख्य उद्देश्य है कि गंगोत्री के हिमालयी दुर्गम क्षेत्र रक्तवर्ण गेलेशियर में अवस्थित अनाम ,अनारोहित 6000 मीटर से ऊंचे पर्वत शिखरों का आरोहण करना और इस क्षेत्र में पाए जाने वाले विभिन्न दुर्लभ वनस्पति औषधीय पौधों से संबंधित जानकारियों को एकत्रित करना है। यहां संयुक्त अभियान अपने आप में एक अत्यंत विशेष अभियान है जिसमें हिमालय में स्थित दुर्लभ तथा विषम भौगोलिक क्षेत्र से औषधीय पौधों तथा पर्वतारोहण का संयुक्त सर्वेक्षण करना है।
पतंजलि आयुर्वेद विज्ञान के कुलपति आचार्य बालकृष्ण ने बताया है कि यह पतंजलि और एनआईएम का संयुक्त अभियान का आगाज देश को कुछ नया देने के लिए है।पेड़ पौधों, पादप जगत और वनस्पति जगत के औषधीय पादप के लिए नया कुछ खोजने के लिए इस अभियान की शुरुआत की जा रही है। वही आज तक जिस हिमालयी क्षेत्र में दुर्लभ वनस्पति औषधियों को खोजने के लिए कोई नहीं गया है उस क्षेत्र में पतंजलि और एन आई एम की टीम जा रही है। वहीं आचार्य बालकृष्ण ने एन आई एम के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट का भी धन्यवाद किया आचार्य बालकृष्ण ने कहा है कि पतंजलि आयुर्वेद संस्थान NIM का धन्यवाद करता है कि उन्होंने इस अभियान में पतंजलि को अपने साथ जोड़ने का कार्य किया है आचार्य बालकृष्ण ने कहा है कि 13 सितंबर को हमारा दल उत्तरकाशी से रवाना होगा और 14 सितंबर को गंगोत्री से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वामी रामदेव जी 10 सदस्यीय दल को ऑनलाइन फ्लैग ऑफ करेंगे और 25 सितंबर को हमारा दल गंगोत्री वापस लौटेगा।
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