उत्तरकाशी-दिनभर परिजन रोते हुए आपनो का करते रहे मातली हेलीपैड पर इंतजार,नहीं आई डेड बॉडी
उत्तरकाशी ।। (ब्यूरो)द्रोपदी के डांडा-2 में मंगलवार सुबह को आये एवलांच में पर्वतारोही प्रशिक्षणार्थी क्रेवास (बर्फ की खाई)में दब गए थे। जिसमें से 4 प्रशिक्षणार्थियों के शवों को मंगलवार को ही रिकवर कर दिया था। और आज 5 शवों को रेस्क्यू टीम के द्वारा रिकवर किया गया।इस घटना में अभी भी 22 लोग लापता है लेकिन मातली हेलीपैड पर जनपद उत्तरकाशी ,हिमांचल ,तमिलनाडु व अन्य राज्यों से अपने परिजनों के शवों की पहचान और बरामद करने के लिए आये परिजन दिनभर हेलीपैड पर रोते हुए अपने परिजनों के शवों का इंतजार करते रहे। लेकिन आर्मी के हेलीकॉप्टर ने मातली हेलीपैड से दो बार उड़ान भरी लेकिन खाली हाथ वापस लौट आया वजह बताई जा रही है कि द्रोपदी के डांडा डकरानी बेस केम्प में मौसम खराब है जिस कारण आर्मी का हेलीकॉप्टर वहां पर लैंडिंग नहीं कर पाया। वही डोकरानी सहित ऊपरी क्षेत्र में बर्फबारी शुरू हो गई।
वहीं जिन लोगों ने इस घटना में अपनों को खोया है उन्होंने जिला प्रशासन और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाए हैं। लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान हम लोगों को सटीक जानकारी नहीं दे रहा है। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान हमको कहा जा रहा है कि आपके परिजनों के शव आ गए हैं आप मातली हेलीपैड जाओ लेकिन हम दिन भर इंतजार करते रहे। शव यहां पर नहीं आए। अब भगवान पर ही भरोसा है।
गंगोत्री विधायक सुरेश चोहान ने परिजनों को समझाया और धैर्य रखने को कहा साथ ही विधायक ने कहा कि इस दुख की घड़ी में हम हर मदद के लिए साथ हैं। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि अब तक 9 शवों को रिकवर किया किया गया है। लेकिन शवों को मातली हेलीपैड पर आज लाना था।पर जनपद के ऊपरी क्षेत्र में मौसम खराब होने के कारण आर्मी का हेलीकॉप्टर लैंडिंग नहीं कर पा रहा है।
No comments:
Post a Comment