uttarkashi-विस्थापन की मांग को लेकर ग्राम प्रधान पिछले 6 दिनों से अन्न त्यागकर बैठे भूख हड़ताल पर,लगातार गिर रहा स्वास्थ्य ग्राम प्रधान की पत्नी ने जिलाधिकारी को लिखा प्रार्थना पत्र - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

ब्रेकिंग न्यूज़

Sunday, July 16, 2023

uttarkashi-विस्थापन की मांग को लेकर ग्राम प्रधान पिछले 6 दिनों से अन्न त्यागकर बैठे भूख हड़ताल पर,लगातार गिर रहा स्वास्थ्य ग्राम प्रधान की पत्नी ने जिलाधिकारी को लिखा प्रार्थना पत्र

uttarkashi-विस्थापन की मांग को लेकर  ग्राम प्रधान पिछले 6 दिनों से  अन्न त्यागकर बैठे भूख हड़ताल पर,लगातार गिर रहा स्वास्थ्य  ग्राम प्रधान की पत्नी ने जिलाधिकारी को लिखा प्रार्थना पत्र




उत्तरकाशी।।(ब्यूरो)जनपद  विकासखंड भटवाड़ी के मस्ताडी गांव के ग्रामीण अपनी एक सूत्रीय विस्थापन की मांग को लेकर 11 जुलाई से भूख हड़ताल और धरने पर बैठे है।क्योंकि लम्बे समय से घरों में हो रहे पानी के रिसाव और भू धासव से ग्रामीण परेशान है जिसके चलते मस्ताडी गांव के ग्राम प्रधान पिछले 6 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे है जिनका समर्थन धरना देकर सभी ग्रामीण कर रहे है।ग्राम प्रधान सत्यनारायण सेमवाल ने पिछले 5 दिनों से अन्न त्याग किया हुआ है और मंदिर परिसर में भूख हड़ताल पर बैठे है। वही ग्रामीणों ने शासन प्रशासन की सद्बुद्धि और ग्राम प्रधान के अच्छे स्वास्थ्य के लिए मंदिर में हवन और पूजा पाठ भी किया।हालांकि उपजिलाधिकारी भटवाड़ी गांव के धरना स्थल पहुंचे और ग्रामीणों से भूख हड़ताल और धरना समाप्त करने की अपील की लेकिन मस्ताडी गांव के ग्रामीण का कहना है कि जब तक विस्थापन की मांग पर कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं होती है तब तक भूख हड़ताल और धरना जारी रहेगा। तो प्रशासन को गांव से वापस लौटना पड़ा क्योंकि ग्रामीणों का कहना है कि पूरा मस्ताडी गांव हो खतरे की जद में है।और शासन-प्रशासन पिछले कई सालों से कुछ नहीं कर रहा सिर्फ हमे आश्वासन मिल रहा है इसलिए मजबूरन हमे भूख हड़ताल और धरने पर बैठना पड़ा। 





वही भूख हड़ताल पर बैठे ग्राम प्रधान सत्यनारायण सेमवाल की पत्नी ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र लिखा है। ग्राम प्रधान की पत्नी ने लिखा है कि मेरे  पति गांव की बड़ी समस्या को लेकर पिछले 6 दिनों से  अन्न त्याग कर भूख हड़ताल पर बैठे हैं । और लगातार उनका स्वास्थ्य गिरते  जा रहा है यदि उनको मानसिक,शारिरिक किसी भी प्रकार की क्षति पहुंचती है जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी क्योंकि हमारा एकमात्र सहारा मेरे पति हैं और वह गांव की समस्या को लेकर ग्राम प्रधान होने के नाते भूख हड़ताल पर हैं। ग्राम प्रधान की पत्नी गायत्री देवी ने जिलाधिकारी से निवेदन किया है कि  इस समस्या का जल्दी समाधान करें क्योंकि हमारा  पूरा परिवार मानसिक तनाव से गुजर रहा है।



No comments:

Post a Comment