उत्तरकाशी-जागर सम्राट पद्मश्री डॉ प्रीतम भरतवाण ने अपने गीतों से माध मेले की सांस्कृतिक संध्या में बाँधा समां,भरतवाण में कहा आज सनातनियों के विजय का दिवस
उत्तरकाशी।। माघ मेला (बाडहाट कू थौलू) के 9वीं सांस्कृतिक संध्या में जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने अपने गीतों से समां बाँध दिया पद्मश्री जागर सम्राट डा.प्रीतम भारतवाण को सुनने के लिए काफी संख्या में लोग रामलीला मैदान के मेला पंडाल में पहुंचे थे। इस दौरान लोक संस्कृति पर आधारित उनके द्वारा गाए गए शानदार जागरों एवं गीतों पर लोग देर रात्रि तक झूमते नजर आए। कार्यक्रम का उद्घाटन भाजपा नेत्री स्वराज विद्वान, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने किया। इस दौरान माघ मेला मंच पर पद्मश्री जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण को सम्मानित किया गया।रामलीला मैदान माघ मेला में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में जागर सम्राट भरतवाण ने सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ खोली का गणेश,गढ़वाली भजन से किया।उसके बाद कई गीतों की प्रस्तुति देकर।जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने अपने गीतों से माध मेले की सांस्कृतिक संध्या समा बाँध दिया।डॉ भरतवाण ने सरूली मेरु जिया लगी गे, तेरी रौत्याली मुखड़ी, शिवजी कैलाशु रैन्दा, तुमारी खुद मां अब नी रैयेदू, मोरी रख्यां खोली, बिंदुली, सुंदरा छोरी, , रूणझुण बरखा लगी ,राम गंगा नयोला देवतों सहित कई गीतों की शानदार प्रस्तुति देकर पंडाल में बैठे लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान उनके साथ आए कलाकारों सीमा पंगवाल,नीलम शाह, श्वेता जोशी आशीष, निकिता नेगी, संगीता, करण सिंह आदि ने सुंदर नृत्य की प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोक गायक प्रीतम भरतवाण ने कहा कि आज हम सभी के लिए गौरव का दिन है भगवान श्रीराम की मूर्ति मंदिर में विराजमान हो गई है।ये सैकड़ों वर्षों की तपस्या का फल है आज सनातनियों के विजय का दिवस है।प्रीतम भरतवाण ने भगवान श्रीराम के लिए गढ़वाली भाषा में एक शिव स्तुति गाई।इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य शशि कुमाई, रवीन्द्री, मधु भटवान, दिनेश भटवान, मनीष राणा, आदि मौजूद थे। मंच का संचालन अमित गोदयाल ने किया ।
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