उत्तरकाशी-भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 137 वीं जयंती जनपद में बड़े हर्षोल्लास से मनाई गई, गोविंद बल्लभ पंत के कार्यों को किया याद - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

ब्रेकिंग न्यूज़

Tuesday, September 10, 2024

उत्तरकाशी-भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 137 वीं जयंती जनपद में बड़े हर्षोल्लास से मनाई गई, गोविंद बल्लभ पंत के कार्यों को किया याद

उत्तरकाशी-भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 137 वीं जयंती जनपद में बड़े हर्षोल्लास से मनाई गई, गोविंद बल्लभ पंत के कार्यों को किया याद



उत्तरकाशी।।।भारत रत्न पं. गोविन्द बल्लभ पंत की 137 वीं जयंती जनपद में समारोहपूर्वक मनाई गई।  इस अवसर पर स्वतंत्रता आंदोलन में पं. पंत के योगदान को याद करते हुए कुशल प्रशासक एवं प्रखर राजनैतिक विचारक के तौर पर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को अविस्मरणीय व अनुकरणीय बताया गया।जिला मुख्यालय स्थित पालिका परिसर में आयोजित मुख्य समारोह में पं. गोविन्द बल्लभ पंत के चित्र पर ने माल्यार्पण करते हुए जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड की भूमि में पैदा हुए पं. पंत हमारे गौरव का प्रतीक हैं। उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण कर हमें अपने देश व समाज की प्रगति में आगे बढकर योगदान करना चाहिए। आजादी के आंदोलन में पं. पंत की अग्रणी भूमिका, उनके जीवन संघर्ष और त्याग का उल्लेख करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि उनका राजनैतिक एवं प्रशासनिक कौशल आने वाली पीढी को प्रेरणा देता रहेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि पं. गोविन्द बल्लभ पंत की स्मृति को संजोये रखने के लिए जिला मुख्यालय उत्तरकाशी में पार्क का पुननिर्माण करने के साथ ही पंत जी की मूर्ति की स्थापना भी की जाएगी। 



गोविंद बल्लभ पंत का जन्म उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के खूंट गांव में 10 सितंबर 1887 को हुआ था।इनकी मां का नाम गोविंदी देवी और पिता का नाम मनोरथ पंथ था। बचपन में पिता की मौत हो जाने के बाद उनकी परवरिश उनके नाना बद्री दत्त जोशी ने की गोविंद बल्लभ पंत को 1937 से 1939 तक ब्रिटिश भारत में संयुक्त प्रांत के मुख्यमंत्री के रूप में पदभार दिया गया।संयुक्त प्रांत में 1946 के चुनाव में कांग्रेस ने बहुमत हासिल किया और उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री बनाया गया. जिसके बाद गोविंद बल्लभ पंत 1946 से 1949 तक संयुक्त प्रांत (उत्तर प्रदेश) के सीएम रहे।इसके बाद गोविंद बल्लभ पंत 1955 से 1968 तक गृह मंत्री भी रहे और 1971 में उनका निधन हो गया।



इस मौके पर नगर पालिका के निवर्तमान अध्यक्ष रमेश सेमवाल, पूर्व सभासद देवराज बिष्ट आदि ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता के तौर पर पं. पंत की भूमिका को देश हमेशा याद रखेगा और सामाजिक एवं प्रशासनिक क्षेत्र में उनका योगदान हमारे देश व समाज को हमेशा प्रेरित करता रहेगा।



कार्यक्रम का संचालन समाज कल्याण अधिकारी सुधीर जोशी ने किया। समारोह में उप जिलाधिकारी भटवाड़ी बृजेश कुमार तिवारी, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल (अ.प्रा.) जयेश बडोला, वरिष्ठ कोषाधिकारी शिवेन्द्र कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी केके जोशी,  अधिशासी भियंता जल निगम मधुकांत कोटियाल, कोषाधिकारी बीपी जगूड़ी, अधिशासी अधिकारी शिव कुमार सिंह चौहान, पूर्व सभासद गोविंद सिंह गुसांई, महावीर सिंह चौहान सहित अनेक गणमान्य नागरिकों के द्वारा भी भारत रत्न पं. पंत को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए।

No comments:

Post a Comment

1235