उत्तरकाशी-शिव बारात में हर-हर महादेव, बम-बम भोले के जयकारों से गूंजी शिवनगरी, सुबह से लगी शिवालयों में जल अभिषेक के लिए शिवभक्तों की लंबी-लंबी कतारें - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

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Wednesday, February 26, 2025

उत्तरकाशी-शिव बारात में हर-हर महादेव, बम-बम भोले के जयकारों से गूंजी शिवनगरी, सुबह से लगी शिवालयों में जल अभिषेक के लिए शिवभक्तों की लंबी-लंबी कतारें

उत्तरकाशी-शिव बारात में हर-हर महादेव, बम-बम भोले के जयकारों से गूंजी शिवनगरी, सुबह से लगी शिवालयों में जल अभिषेक के लिए शिवभक्तों की लंबी-लंबी कतारें




-: महाशिवरात्रि पर्व पर  सुबह 4:00 बजे से ही एक किलोमीटर से भी लंबी लाइन में खड़े रहे शिव भक्त।



-: शिव बारात में आकर्षण का केंद्र रहा भगवान भोलेनाथ नंदी बैल  और  मां पार्वती पालकी पर  रही सवार।




उत्तरकाशी।। जनपद मुख्यालय के विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर सहित जनपद के सभी शिवालयों में आज सुबह से जल अभिषेक के लिए शिव भक्तों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई है वही आज जिला मुख्यालय में महाशिवरात्रि के पर्व पर बाबा काशी विश्वनाथ की नगरी में शिव की बारात और काशी विश्वनाथ मंदिर के ध्वज की शोभा यात्रा निकाली गई। शिव बारात में मां पार्वती पालकी पर और बाबा भोलेनाथ नंदी बैल पर सवार थे शिव बारात नगर के मुख्य मार्गों पर स्थानीय संस्कृति एवं शिव के प्रति आस्था का अनूठा संगम देखने को मिला। शिव नगरी भोले के जयकारों से गूंज उठी। शिव बरात नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए शोभा यात्रा पौराणिक मणिकर्णिका घाट पहुंची। जहां पर गंगा स्नान के बाद ,बस अड्डा, भटवाड़ी रोड, भैरव चौक होते हुए विश्वनाथ मंदिर में संपन्न हुई। शिव बारात में पारम्परिक पहाड़ी वेश भूषा में क्षेत्र की महिलाओं ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर रांसो एवं तांदी नृत्य किया। शिव नगरी महाशिवरात्रि के पर्व पर भोले के जयकारों और भोले की भक्ति से जुड़े भजनों से गुंजयमान रही। शिव बारात में हजारों की संख्या में जनपद के दूर दराज क्षेत्र से शिव भक्त मौजूद रहे। 






जनपद  के सभी शिवालयों में महा शिवरात्रि की धूम देखने की मिली सभी शिवालयों में शिव भक्तों की बम बम भोले गूंज से गुंजायमान रहे। जिला मुख्यालय स्थित बाबा विश्वनाथ मंदिर ,यमुना घाटी कमलेश्वर महादेव मंदिर सहित सभी शिवालयों को दुल्हन की तरह सजाया गया  शिवरात्रि के महा पर्व पर काशी विश्वनाथ मंदिर उत्तरकाशी में रिमझिम बारिश के बीच सुबह चार बजे से शिव भक्तों के हाथों में गंगा जल लिए  जलाअभिषेक के लिए लंबी कतारें लग गई। हजारों लोगों की आस्था एवं श्रद्धा का केंद्र उत्तरकाशी नगरी भगवान काशी विश्वनाथ की भूमि महाशिवरात्रि पर्व में श्रद्धालुओं के लिए सजी हुई है, मंदिर के चारों ओर फूल मालाओं से मंदिरों को सजाया गया। प्रत्येक वर्ष की भांति उत्तरकाशी मुख्यालय में महाशिवरात्रि के साथ साथ स्थानीय परंपरा और संस्कृति से ओत - प्रोत यहां की नैसर्गिक सौन्दर्य जो कि काशी नगरी को अलग ही सौंदर्य प्रदान करती है।लोकल ढोल दमाओं, जागर, महिलाओं के द्वारा गढ़वाल की वेश - भूषा में रासो नृत्य, नंदी बैल के ऊपर भगवान शिव  और पालकी पर मां पार्वती,  हनुमान जी की ध्वजा एवं सभी धार्मिक अनुष्ठानों से जुड़े हुए शिव भक्त शिव बारात में सम्मिलित होकर अपने को धन्य मानते हैं।शिव बारात में पूरी काशी शिवमय हो जाती है और पूरे बाजार में शिव बारात की झांकी तथा बाबा भोलेनाथ के जयकारों से सम्पूर्ण काशी नगरी गुंजायमान होकर आनंदमय हो जाती है। व्यापार मंडल के द्वारा शिव भक्तों के लिए निःशुल्क प्रसाद वितरण की सुविधा की  जाती है।काशी विश्वनाथ के महंत जयेंद्र पुरी ने बताया कि महाशिवरात्रि के शुभ उपलक्ष्य में रात भर भक्तों द्वारा भजन कीर्तन, जागरण किया जाता है एवं चार पहर की आरती। दूध, दही, शहद, गंगाजल से भक्तों के द्वारा रात भर अभिषेक किया जाता है और  जो श्रद्धालु सच्चे मन महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर जल अभिषेक और बेलपत्र चढ़ाते है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।




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