उत्तरकाशी-बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों के लिए बड़ी बड़ी मशीनें वायु सेना के चिनूक विमान से होंगी एयर लिफ्ट, चिनूक विमान की होगी ट्रायल लैंडिंग जिला प्रशासन ने वायु सेना से मांगी मदद - PiyushTimes.com | Uttarkashi News

ब्रेकिंग न्यूज़




Monday, April 21, 2025

उत्तरकाशी-बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों के लिए बड़ी बड़ी मशीनें वायु सेना के चिनूक विमान से होंगी एयर लिफ्ट, चिनूक विमान की होगी ट्रायल लैंडिंग जिला प्रशासन ने वायु सेना से मांगी मदद

उत्तरकाशी-बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों के लिए बड़ी बड़ी मशीनें वायु सेना के चिनूक विमान से होंगी एयर लिफ्ट, चिनूक विमान की होगी ट्रायल लैंडिंग जिला प्रशासन ने वायु सेना से मांगी मदद 



-:चीता हेलीकॉप्टर से हेलीपेड की होगी रेकी , lयमुनोत्री धाम में चिनूक विमान की ट्रायल लैंडिंग की योजना




उत्तरकाशी।। जनपद के विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर खुलेंगे लेकिन यमुनोत्री धाम में चल रहे बाढ़ सुरक्षा कार्य समय पर पूर्ण हो इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्ग दर्शन और दिशा-निर्देश पर यमुनोत्री धाम में बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों को तेज़ी से पूरा करने हेतु आवश्यक मशीनों को भारतीय वायुसेना के चिनूक विमान के सहयोग से एयरलिफ्ट किए जाने की योजना पर जिला प्रशासन कार्य कर रहा है बताते चलें कि यमुनोत्री धाम में विषम भौगोलिक परिस्थितियां है 6 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई वाले पैदल मार्ग पर बड़ी बड़ी मशीनों को धाम तक पहुंचाना संभव नहीं है। इसलिए जिला प्रशासन द्वारा मशीनों को एयरलिफ्ट कराने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री के दिशानिर्देशों एवं मार्गदर्शन में जिला प्रशासन एयरलिफ्ट के कार्य को तकनीकी समन्वय के साथ सफलतापूर्वक संपन्न करने की योजना बना रहा है।




यमुनोत्री धाम में गत वर्ष 2024 में  भारी अतिवृष्टि और बाढ़ आने  से धाम परिसर एवं जानकीचट्टी में आधारभूत सरंचनाओं व परिसम्पत्तियों को भारी नुकसान हुआ था।जिलाधिकारी डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि चारधाम यात्रा को देखते हुए यमुनोत्री धाम में बाढ़ सुरक्षा के कार्यों को तेजी से पूरा करने और समय से बाढ़ सुरक्षा कार्यों पूरा करने एवं  कार्यों में तीव्र गति लाने के लिए एक्सपर्ट के मुताबिक बड़ी मशीनों की आवश्यकता है। जिसको लेकर जिला प्रशासन ने भारतीय वायुसेना से मदद मांगी गई है। इसी क्रम में 21 अप्रैल 2025 को चीता हेलीकॉप्टर के माध्यम से यमुनोत्री धाम में निर्मित हेलीपेड की रेकी की जाएगी। रेकी सफल होने के पश्चात 22 अप्रैल को चिनूक हेलीकॉप्टर की ट्रायल लैंडिंग की जाएगी। ट्रायल लैंडिंग सफल होने के बाद सिंचाई विभाग द्वारा आवश्यक मशीनों की लैंडिंग की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी,जिससे बाढ़ सुरक्षा के कार्यों को प्रभावी ढंग से पूरा किया जा सकेगा। 





जिलाधिकारी ने कहा कि यमुनोत्री धाम में मंदिर और जानकीचट्टी में श्री राम मंदिर से अखोली पुल तक यमुना नदी के दोनों किनारों पर 1956.85 लाख रुपये की लागत से बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य किए जा रहे हैं। निर्माण कार्यों को तेजी से पूरा करने और बड़ी मशीनों की आवश्यकता को देखते हुए भारतीय वायुसेना की मदद मांगी गई है। 22 अप्रैल को चिनूक हेलीकॉप्टर की ट्रायल लैंडिंग के बाद मशीनों को एयरलिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि यह प्रयास न केवल यमुनोत्री धाम की सुरक्षा को सुदृढ़ करेगा, बल्कि आगामी तीर्थ यात्रियों की सुविधा एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा। इस परियोजना का उद्देश्य यमुनोत्री धाम और आसपास के क्षेत्रों को बाढ़ की संभावित आपदाओं से सुरक्षित करना है।

No comments:

Post a Comment